आ चल इश्क़ हम खुल के करें आ चल इश्क़ हम खुल के करें
मेरे लिए बस तेरी एक मुस्कान ही काफी है , तेरे होने का एक एहसास ही काफी है , मेरे लिए बस तेरी एक मुस्कान ही काफी है , तेरे होने का एक एहसास ही काफी है ,
अंधविश्वासों को मिटा के नित विश्वास से झिलमिलाना अंधविश्वासों को मिटा के नित विश्वास से झिलमिलाना
श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि। .....राधा की साँसों की धड़कन, बाँसुरी की तान भी मैं हूँ श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि। .....राधा की साँसों की धड़कन, बाँसुरी की तान भ...
रावण के समक्ष सीता कमजोर थी इसलिए उसका किया छल अधर्म है कौरवों ने पांडवो का छीना सब कुछ है ... रावण के समक्ष सीता कमजोर थी इसलिए उसका किया छल अधर्म है कौरवों ने पांडवो क...
निज लोभ बढ़ा मानव मन, अधर्म हुआ विकसित... निज लोभ बढ़ा मानव मन, अधर्म हुआ विकसित...